पिछले आईपीएल में खराब प्रदर्शन के बाद किसने सोचा था कि यह टीम इस बार प्लेऑफ में जगह बनाएगी,लेकिन उसने चैंपियन बनकर दिखा दिया कि चाहे टीम में कितने ही उम्रदार खिलाड़ी क्यों न हों,उनकी काबिलियत पर कभी शक नहीं करना चाहिए। कल खेले गए आईपीएल फाइनल में चेन्नई ने एक बार फिर अपने आलोचकों को करारा जवाब देकर ट्रॉफी अपने नाम की।इस मैच में कोलकाता के कप्तान मॉर्गन ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया,लेकिन चेन्नई की टीम को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा। ओपनिंग करने उतरे ऋतुराज गायकवाड और फाफ डु प्लेसिस ने टीम को शानदार शुरूआत दी और 61 रनों की साझेदारी निभाई।ऋतुराज ने 32 रन बनाए।I इसके बाद उथप्पा, फाफ डु प्लेसिस और मोईन अली की बदौलत टीम ने 192 रनों का स्कोर खड़ा किया।फाफ ने सर्वाधिक 86 जबकि उथप्पा ने 31(15) और मोईन अली ने 37*(20) रन बनाए। सुनील नारायण सबसे इकोनॉमिकल रहे और 4 ओवर में मात्र 26 रन देकर 2 विकेट झटके।
चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ी ट्रॉफी के साथ |
लक्ष्य का पीछा करने उतरी कोलकाता नाइट राइडर्स को गिल ओर वेंकटेश अय्यर ने 91 रनों की शानदार साझेदारी की।अय्यर अपना अर्धशतक पूरा करने के बाद आउट हो गए उन्होंने 50(32)रन बनाए इसके बाद गिल (51) भी अपना पचासा जड़ने के बाद अपना विकेट गंवा बैठे।इसके बाद तो लगातर विकेट गिरते गए और टीम 165-9 ही बना पाई।चेन्नई की ओर से शार्दुल ठाकुर ने 3 और रविंद्र जडेजा ने दो शानदार कैच के साथ ही 2 विकेट लिए ।
मैदान में उतरते धोनी के धुरंधर |
इस तरह से चेन्नई ने चौथी बार आईपीएल ट्रॉफी को अपने नाम किया।
मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द टूर्नामेंट क्रमशः फाफ डु प्लेसिस और हर्षल पटेल को दिया गया जबकि ऑरेंज कैप के विनर ऋतुराज गायकवाड रहे।
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