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IND vs NZ 2nd Test Highlights: रोहित शर्मा की घटिया कप्तानी और बल्लेबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन भारत से सीरीज ले डूबा

पिछले 12 सालों के टेस्ट इतिहास में जो महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में नहीं हुआ, विराट कोहली की कप्तानी में नहीं हुआ, वह शर्मनाक रिकॉर्ड अब रोहित शर्मा के नाम हो गया है। 


जी हां, न्यूजीलैंड ने दूसरे टेस्ट मुकाबले में भी भारतीय टीम को पटखनी दे दी है और यह न्यूजीलैंड की सिर्फ जीत ही नहीं है , जबकि सीरीज भी वह अपने नाम कर चुकी है। भारत के 12 साल से चले आ रहे इस सिलसिले को आखिरकार न्यूजीलैंड की टीम ने खत्म किया है। दूसरे टेस्ट मुकाबले में न्यूजीलैंड ने भारत को 113 रनों से हरा दिया और 2-0 से इस सीरीज में अजेय बढ़त बना ली है।

पहली पारी: वाशिंगटन सुंदर की शानदार गेंदबाजी, न्यूजीलैंड से कॉनवे और रचिन रविंद्र का अर्धशतक 

इस मुकाबले न्यूजीलैंड में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लेती है और टीम अपनी पहली पारी में 259 रनों पर सिमट जाती है। पहले ही दिन न्यूजीलैंड की पारी का अंत हो जाता है। 

न्यूजीलैंड की तरफ से पहली पारी में कॉनवे (76) और रचिन रविंद्र (65) ने अर्धशतकीय पारियां खेली। वहीं गेंदबाजी में वाशिंगटन सुंदर ने साथ विकेट चटकाए, तो रविचंद्रन अश्विन को तीन विकेट मिले। यह वाशिंगटन सुंदर का कमबैक मैच था, जिसमें उन्होंने दमदार वापसी की। 

सस्ते में सिमटा भारत

इसके बाद भारतीय टीम पहली पारी में महज 159 रनों पर सीमट गई। भारतीय टीम की तरफ से रोहित शर्मा, विराट कोहली, सरफराज खान, ऋषभ पंत सभी रन बनाने में नाकाम रहे। सबसे अधिक रन रविंद्र जडेजा ने बनाए, जिन्होंने 38 रनों की पारी खेली। न्यूजीलैंड की तरफ से वाशिंगटन सुंदर की तरह ही मिचेल सेंटनर ने 7 विकेट चटकाए।

दूसरी पारी: कम स्कोर पर न्यूजीलैंड को नहीं रोक सका भारत 

इसके बाद जब न्यूजीलैंड की टीम के पास 103 रनों की बढ़त थी, तो भारत के गेंदबाजों को जो काम करना था। वह यह कि, उन्हें कम से कम स्कोर पर सीमित रखना था, जिससे कि भारतीय टीम को कम से कम रनों का लक्ष्य का पीछा करना पड़े। बहरहाल ऐसा कुछ नहीं हुआ। 

 वाशिंगटन सुंदर 4 विकेट जरूर लेते हैं, रविंद्र जडेजा और अश्विन को भी तीन-तीन विकेट मिलते हैं। लेकिन न्यूजीलैंड की पारी 255 तक जाती है और भारतीय टीम को 359 रनों का विशाल का लक्ष्य मिलता है, जो कि असंभव था प्रतीत था।

जयसवाल और जडेजा के अलावा अन्य सभी बल्लेबाज रहे फ्लॉप 

लक्ष्य तो बड़ा था। लेकिन भारतीय टीम के पास जिस तरह के बल्लेबाज थे, उससे लग रहा था कि, भारतीय टीम जरूर इस दिन लड़ाई करेगी। लेकिन रोहित शर्मा फिर से असफल रहे, विराट कोहली भी बड़ी पारी नहीं खेल पाए, ऋषभ पंत रन आउट हो गए, सरफराज खान भी कुछ योगदान नहीं दे पाए। 

सिर्फ यशश्वी जायसवाल ही अर्धशतक लगाने में कामयाब हुए। जब वह खेल रहे थे, तो लग रहा था कि, भारतीय टीम इस मुकाबले को जीतने की तरफ अग्रसर हो सकती है। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। 

जडेजा ने आखिरी क्षणों में 42 रनों की पारी खेल भारत की जीत की उम्मीदों को बरकरार रखा था। लेकिन आखिरी विकेट के रूप में जडेजा ही आउट हुए। न्यूजीलैंड की तरफ से पहली पारी की तरह ही दूसरी पारी में भी मिचेल सेंटनर ने सबसे अधिक विकेट चटकाए और 6 विकेट उनको मिले। वही एजाज पटेल को दो विकेट मिले। 

भारत को चेतेश्वर पुजारा की कमी खली 

भारतीय टीम में जिस तरह के बल्लेबाज है, वह सभी आक्रामकता वाले बल्लेबाज है। एक भी बल्लेबाज उनमें से डिफेंसिव बल्लेबाज नहीं करता है। इस वजह से चेतेश्वर पुजारा की कमी इस पूरी सीरीज में खल रही है। चेतेश्वर पुजारा दीवार की तरह खूंटा गाड़कर टिके रहते थे। लेकिन अब तो वह भारतीय टीम में है ही नहीं और बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए भी उनका सिलेक्शन नहीं हुआ है।

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