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Movie review, Adipurush: आधुनिक युग की रामायण में क्या है खास और क्या है फिल्म के नकारात्मक प्वाइंट, जानें आदिपुरुष फिल्म के इस रिव्यू में

adipurush review


बाहुबली फेम प्रभास की फिल्म आदिपुरुष अब थिएटर में लग चुकी है और इस फिल्म को लेकर कई लोगों का यह मानना है कि, इस फिल्म के कैरेक्टर्स को उम्मीद के मुताबिक नहीं प्रस्तुत किया गया है। आज हम इस आर्टिकल में इस फ़िल्म के बारे में बात करेंगे और बताएंगे कि आखिर इस फिल्म में ऐसा क्या है, जो आपको देखनी चाहिए तथा क्या इसकी कहानी है।

यह है इस मूवी में, कहानी में नहीं की गई है कटौती 

इस फिल्म में भगवान श्री राम के वनवास जाने और अयोध्या लौटने तक की कहानी का प्रस्तुतीकरण किया गया है। फिल्म की शुरुआत में दशरथ तथा उनकी पत्नी कैकैया का संवाद दिखाया गया है। उसके बाद राम और लक्ष्मण सहित सीता का अयोध्या छोड़ वनवास चले जाते हैं। वनवास में रावण सुपर्णखा की नाक कटने का बदला सीता हरण के रूप में लेता है और वह सीता को साधु वेश में धोखे से लंका ले जाता है। सीता हरण होने के बाद राम और लक्ष्मण हनुमान, सुग्रीव तथा सबरी की सहायता से राम सेतु का निर्माण करते हैं और उसके बाद फिर राम सीता को अयोध्या वापस लाते हैं।

रावण का किरदार राम पर पड़ता है भारी 

इस फिल्म के किरदारों की बात करें तो इस मूवी में अलग तरीके से किरदारों का निर्माण किया गया है। राम के रूप में दिखाई देने वाले प्रभास की एक्टिंग इतनी खास नहीं लगती है, जिसके लिए वो जाने जाते हैं। इस मूवी में रावण का किरदार निभा रहे सैफ अली खान पूरी तरह से प्रभास के किरदार के ऊपर हावी रहते हैं और फिल्म को देखकर यही लगता है कि यह कहानी पूरी तरीके से रावण के ऊपर फिल्माई गई है। इसके अलावा हनुमान के रूप में अपना किरदार निभा रहे देवदत्त नागा का काम इस मूवी में सराहनीय है क्योंकि उनका इस मूवी में सबसे पहले लंका में जाकर आग लगाना, उसके बाद लक्ष्मण के लिए संजीवनी बूटी लाना आदि किरदार दिखाया गया है जो कि उन्होंने बेहतर तरीके से निभाया है। इसके बाद जानकी के रूप में फिल्माई गई कृति सेनन को इस फिल्म में बोल्ड अंदाज में पेश किया गया है लेकिन खूबसूरती के बावजूद वह जानकी के रूप में अपनी छाप छोड़ने में असफल रहती है और उनमें सीता का किरदार जम नहीं पा रहा है। इसके बाद लक्ष्मण और इंद्रजीत के रूप में काम कर रहे क्रमशः सनी सिंह और वत्सल सेठ ने भी बखूबी से अपना काम किया है।

फिल्म का वीएफएक्स है दमदार

इस फिल्म के ज्यादातर सींस को VFX द्वारा पेश किए गए हैं। लेकिन हद से ज्यादा VFX का इस्तेमाल करना फिल्म के लिए अच्छा नहीं होगा क्योंकि फिल्म में रावण को आज के दौर का विलेन दिखाया गया है और उसक सकारात्मक पक्ष भी इस फिल्म में मिसिंग लगती है। जैसा कि पुराने रामायण में सोने की लंका दिखाई गई थी लेकिन यहां पर रावण की लंका इस प्रकार से दिखाई गई है कि, देखने वाले डर जाए। इसके अलावा इस फिल्म में रावण का मसाज सांप से किया जाता है क्योंकि मॉडर्न युग के हिसाब से यह पेश किया गया है, साथ ही इस फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक भी अच्छा है। इसके अलावा जब राम सेतु का निर्माण होता है और उस दौरान जो म्यूजिक बजता है, वह म्यूजिक काबिले तारीफ है l, साथ ही एक और गाना जो कि राम और सीता की प्रेम को दर्शाता है, वह भी रोंगटे खड़े करता है।

इसलिए देखें इस मूवी को 

आपने रामायण तो पहले देखी होगी। लेकिन मॉडर्न रूप में किस हिसाब से राम, रावण सहित पूरी रामायण को पेश किया गया है, वह इस मूवी में देखने लायक हो सकता है और जैसा कि हमने आपको बताया, वीएफएक्स का इस्तेमाल इस मूवी में शानदार ढंग से किया गया है ऐसे में आप मूवी देखने का प्लान कर सकते हैं

 

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