मुख्य बिंदु
- पिछले 10 साल से भारतीय टीम नहीं जीत पाई है कोई आईसीसी ट्रॉफी
- पिछली बार विराट कप्तानी में फाइनल में पहुंची थी भारतीय टीम, लेकिन नहीं जीत पाई ट्रॉफी
- इस बार जसप्रीत बुमराह के साथ-साथ नहीं होंगे ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर
आईसीसी टूर्नामेंट में पिछले कुछ सालों से लगातार फेल होने के बाद अब भारतीय टीम के पास एक और मौका है, जब वह 7 जुलाई से होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उतरेगी। आपको बता दें कि, यह लगातार दूसरी दफा होगा, जब भारतीय टीम आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में खेलने उतरेगी। इससे पिछली बार भी भारतीय टीम ने फाइनल में जगह बनाई थी। लेकिन भारत के इस चैंपियनशिप के जीतने का सपना सपना बनकर ही रह गया था। हालांकि भारतीय टीम फिर से यह गलती नहीं दोहराना चाहेगी। वह चाहेगी कि, कम से कम इतने सालों के अंतराल के बाद एक ट्रॉफी तो उनके हाथ आए। 7 जून से गया जून तक खेले जाने वाले इस मुकाबले के बाद इस बात पर मुहर लग जाएगी कि, टेस्ट क्रिकेट असली चैंपियन कौन है।
भारत की पास है मजबूत टीम, लेकिन प्लेइंग इलेवन को लेकर असमंजस में
पहले बात करें भारतीय टीम की तो भारत एक मजबूत टीम के साथ इंग्लैंड रवाना हुआ है। हालांकि मजबूती होने के बावजूद भी भारतीय मैनेजमेंट को सर दर्द का सामना जरूर करना पड़ सकता है। सलामी बल्लेबाजों में कप्तान रोहित शर्मा के साथ शुभमन गिल, जो की शानदार लय में चल रहे हैं, उतरेंगे।हालांकि रोहित शर्मा का बल्ला कुछ महीनों से जरूर रूठा है। लेकिन बल्लेबाजी में उन्हें कभी भी कम आंकना विरोधी टीम की गलती होगी। इसके बाद तीसरे नंबर पर चेतेश्वर पुजारा खेलते हुए नजर आएंगे। चेतेश्वर पुजारा से भारतीय टीम अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी। क्योंकि चेतेश्वर पुजारा हाल ही में काउंटी क्रिकेट खेल कर आए हैं। चौथे नंबर पर अनुभवी विराट कोहली और लंबे समय के बाद टेस्ट टीम में वापसी कर रहे अजिंक्य रहाणे दिखेंगे। मध्यक्रम में तो भारतीय टीम में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं दिखती है। लेकिन इसके बाद कुछ स्थानों में भारतीय मैनेजमेंट किन खिलाड़ियों को जगह देगा, यह देखने वाली बात होगी। विकेटकीपर के रूप में केएस भरत और ईशान किशन को चुना गया है। ऐसे में अगर भारतीय टीम केएस भरत को प्लेइंग इलेवन में खिलाती है, तो उसे दो स्पिनर्स को भी टीम में खिलाना होगा। हालांकि दिग्गज खिलाड़ी ईशान किशन को ही विकेटकीपर के रूप में देख रहे हैं। क्योंकि जब पंत, जोकि बहुत टाइम से चोटिल है, वह अटैकिंग क्रिकेट खेलते थे, तो किशन से भी टीम वही उम्मीद रखेगी। इसके बाद भारतीय टीम ऑलराउंडर के रूप में रविंद्र जडेजा को शामिल कर सकती है। अगर रविंद्र जडेजा प्लेइंग इलेवन में खेलते हैं, तो उसके बाद तेज गेंदबाजी में मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव और शार्दुल ठाकुर खेलते हुए नजर आ सकते हैं।
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ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी में है दमखम, गेंदबाजी भी है धारदार
वही बात करें ऑस्ट्रेलिया टीम की तो ऑस्ट्रेलियाई टीम में भी ढेर सारे ऐसे खिलाड़ी शामिल है, जो किसी भी बड़ी टीम को हराने का माद्दा रखते हैं और इंग्लैंड में तो ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड वैसे भी बहुत ही शानदार है। टीम के पास डेविड वॉर्नर, स्टीव स्मिथ, मर्नुस लबूशने, ट्रेविस हेड जैसे खिलाड़ी शामिल हैं, तो कैमरन ग्रीन के रूप में टीम के पास एक बढ़िया ऑलराउंडर भी है। गेंदबाजी में भी ऑस्ट्रेलिया की टीम भारतीय टीम से एक कदम आगे नजर आती है, क्योंकि उसके पास विश्व के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक मिचेल स्टार्क मौजूद है और कप्तान पैट कमिंस सहित स्कॉट बोलैंड भी उनका साथ देंगे।
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