परमाणु युग में भी पाषाण युद्ध (बग्वाल) की अनूठी परंपरा के लिए विख्यात देवीधुरा का ऐतिहासिक बग्वाल मेला इस वर्ष 5 अगस्त से 16 अगस्त तक आयोजित होगा। मेले का मुख्य आकर्षण, सदियों पुराना बग्वाल (पत्थरों का युद्ध), 9 अगस्त को होगा।
आज बाराही धाम में जिलाधिकारी मनीष कुमार की अध्यक्षता में चार खाम, सात थोक, मंदिर कमेटी और जिला प्रशासन की संयुक्त बैठक में मेले की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया।
मेले की व्यवस्थाओं और सुरक्षा पर विशेष ध्यान
इस वर्ष मेले का क्षेत्र बढ़ाया गया है, जिसमें केदारनाथ से कनवाड़ बैंड तक आठ किलोमीटर की परिधि शामिल होगी, जिसे पूरी तरह से विद्युत प्रकाश से जगमगाया जाएगा। सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए जाएंगे, जिसमें बाहर से आने वाले व्यापारियों को अपनी दुकान के बाहर नाम प्रदर्शित करना होगा और पुलिस द्वारा उनका चरित्र सत्यापन किया जाएगा।
यातायात को सुगम बनाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है, और त्रिस्तरीय चुनाव को देखते हुए सीओ चम्पावत के नेतृत्व में पुलिस की कड़ी सुरक्षा रहेगी। पूरा मेला क्षेत्र सीसीटीवी कैमरों से अच्छादित होगा, और पिछले साल की तुलना में एलईडी स्क्रीन की संख्या दोगुनी की जाएगी।
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी होंगे मुख्य अतिथि
मंदिर कमेटी के अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट की अध्यक्षता और पीठाचार्य कीर्ति शास्त्री के संचालन में लगभग तीन घंटे चली इस बैठक में सभी जिला स्तरीय अधिकारियों के अलावा गहड़वाल खाम, चमियाल खाम, वालिक खाम, लमगड़िया खाम के प्रमुख और श्रीगुरु भोपाल सिंह बिष्ट के साथ-साथ चम्पावत, अल्मोड़ा और नैनीताल जिलों के पड़ोसी गांवों के लोग भी शामिल थे। मंदिर कमेटी के संस्थापक अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह लमगड़िया, मोहन सिंह बिष्ट, चेतन भैया, चंदन बिष्ट, हयात सिंह, बिसन चम्याल, दीपक चम्याल ने जिलाधिकारी मनीष कुमार और एसपी अजय गणपति का भावपूर्ण स्वागत किया। मेले के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी होंगे।
श्रद्धालुओं का होगा मेहमानों की तरह स्वागत
श्री लमगड़िया ने बताया कि मेले के प्रति देश के लोगों की बढ़ती दिलचस्पी के कारण हमारी जिम्मेदारियां भी बढ़ रही हैं। "बग्वाल" में भाग लेने वाले चारों खामों के लोगों को अनिवार्य रूप से ड्रेस कोड का पालन करना होगा और अपनी आईडी साथ रखनी होगी। उन्होंने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की जोड़ी की सराहना की और कहा कि उनकी आस्था और अनुभव मेले को और भव्य बनाने में सहायक होंगे।
जिलाधिकारी मनीष कुमार ने अपने स्वागत के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि यह उनके लिए गर्व की बात है कि मां बाराही ने उन्हें अपनी सेवा के लिए यहां भेजा है। उन्होंने चार खाम सात थोक के लोगों को उनकी सदियों पुरानी परंपराओं को सहेजने के लिए बधाई दी। डीएम ने आश्वासन दिया कि मेले की व्यवस्थाओं और श्रद्धालुओं को सुविधाएं प्रदान करने में कोई कमी नहीं की जाएगी, और हर श्रद्धालु का "मेहमान" की तरह स्वागत किया जाएगा।
एसपी अजय गणपति ने बताया कि पिछले साल मंदिर दर्शन के दौरान उन्हें अलौकिक दिव्य अनुभूति हुई थी, जिससे इस स्थान के प्रति उनका भावनात्मक लगाव बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मेले की यातायात व्यवस्था का ऐसा प्लान बनाया जा रहा है, जिससे यहां आने वाले हर व्यक्ति को एक नया अनुभव मिलेगा, और सुरक्षा प्रबंध पिछले वर्षों की तुलना में और भी कड़े होंगे।
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