भारत की युवा टीम जब आज मैदान में उतरेगी तो उसकी नजरें वाइटवॉश पर होगी। भारतीय टीम तीन मैचों में से दो मैच जीतकर सीरीज जीत चुकी है वहीं श्रीलंका के सामने भी बहुत बड़ी चुनौती होगी इस साल श्रीलंका ने कुल 10 एकदिवसीय मुकाबले खेले हैं उसमें से सिर्फ एक मैच में उसे जीत मिली है, श्रीलंकाई टीम अंतिम मैच को किसी भी तरह से जीतना चाहेगी।

शिखर धवन के पास अच्छा मौका- इस सीरीज में पहली बार भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे शिखर धवन के पास सीरीज को 3-0 से अपने नाम करने का अच्छा मौका है जहां एक तरफ टीम के सीनियर खिलाड़ी इंग्लैंड में है वही इस सीरीज में युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया है तो शिखर धवन चाहेंगे कि वह इन युवा खिलाड़ियों के साथ सीरीज जीतें। बात करें सलामी बल्लेबाजों की तो पहले मैच में तूफानी बल्लेबाजी करने वाले युवा बल्लेबाज पृथ्वी सॉ दूसरे मैच में ज्यादा कुछ खास नहीं कर पाए वहीं उनके साझीदार शिखर धवन ने पहले मैच में अच्छी बल्लेबाजी की थी लेकिन दूसरे मैच में वो भी सस्ते में आउट हो गए, इस बार दोनों से ही अच्छी ओपनिंग साझेदारी की उम्मीद होगी। मध्यक्रम में ईशान किशन मनीष पांडे और सूर्य कुमार यादव भी सीरीज का अंत बेहतरीन पारी खेल कर खत्म करना चाहेंगे। हरफनमौला खिलाड़ियों में पांड्या बंधू भी अच्छा खेल दिखाने को बेकरार होंगे। बात करें अगर गेंदबाजी की तो अभी तक सबसे सफल गेंदबाज यजुवेंद्र चहल रहे हैं हालांकि कुलदीप यादव की अच्छा कर रहे हैं तो उम्मीद यही होगी कि दोनों गेंदबाज अंतिम मैच में भी विकेट चटकाएं। भुवनेश्वर कुमार और पिछले मैच में अपने बल्लेबाजी से जौहर दिखाने वाले दीपक चाहर भी अपने प्रदर्शन को जारी रखना चाहेंगे।
श्रीलंका के लिए अस्तित्व बचाने की चुनौती - श्रीलंका का इस सीरीज में भी खराब प्रदर्शन जारी है।जहां उसके सीनियर खिलाड़ी लगातार किसी वजह से टीम का साथ छोड़ रहे हैं, वहीं टीम इस साल सिर्फ 1 एकदिवसीय मैच जीती है।टीम के बल्लेबाज अच्छा स्टार्ट मिलने के बाद बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे हैं और खराब शॉट खेल कर आउट हो जाते हैं।
पिछले मैच में उसके सलामी बल्लेबाजों मिनोद और अविष्का फर्नांडो ने 77 रनों की जरूर की थी लेकिन उसके बाद उसके विकेट गिरते गए हालांकि असलंका ने अच्छी पारी खेली थी और समय पर अर्धशतक बनाया। उनसे तीसरे मैच में भी अच्छी पारी की उम्मीद होगी।शीर्ष क्रम इस मैच में भी अपने अच्छे प्रदर्शन को जारी रखने की उम्मीद कर रहा होगा। गेंदबाजी की बात करें तो उसके सबसे सफल अभी तक हसरंगा रहे हैं जिन्होंने पिछले मैच में तीन महत्वपूर्ण विकेट लिए थे,अपनी तेजतर्रार पारियों से दोनों मैच में श्रीलंका को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने वाले तेज गेंदबाज चमीरा करुणारत्ने ने भी अच्छी गेंदबाजी की है। टीम के अन्य गेंदबाज संदकन,कप्तान दशुन शनाका और कसुन रजिथ भी अच्छा खेल दिखाना चाहेंगे।
भारतीय टीम कर सकती है बदलाव - पहले ही जीती गई श्रृंखला के साथ, भारत कुछ बदलावों की तलाश कर सकता है। देवदत्त पडिक्कल पृथ्वी शॉ की जगह ले सकते हैं जबकि मनीष पांडे की जगह संजू सैमसन आ सकते हैं। भुवनेश्वर कुमार को भी आराम मिल सकता है और नवदीप सैनी को टीम में लाया जा सकता है।
श्रीलंका - अविष्का फर्नांडो, मिनोड भानुका (विकेटकीपर), भानुका राजपक्षे, धनंजय डी सिल्वा, चरित असलंका, दासुन शनाका (कप्तान), वनिन्दु हसरंगा, चमिका करुणारत्ने, दुष्मंथा चमीरा, लक्ष्मण संदाकन, कसुन रजिथा
भारत - पृथ्वी शॉ/ देवदत्त पडिक्कल, शिखर धवन (c), ईशान किशन (wk), मनीष पांडे/संजू सैमसन, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पांड्या, कुणाल पांड्या, दीपक चाहर, भुवनेश्वर कुमार/नवदीप सैनी, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव
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देवेश चम्याल
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