अक्सर कहा जाता है कि अगर आपके अंदर लगन है तो हर मुश्किल आपके लिए आसान हो जाती है। लोग आप पर भरोसा करना छोड़ दें लेकिन जो अपने आप पर भरोसा करते हैं वही अक्सर जीवन में कुछ नया करते हैं। जी हां यहां बात हो रही है भारतीय टीम के तेज गेंदबाज उमेश यादव की जो आईपीएल सीजन 15 में कमाल का प्रदर्शन दिखा रहे हैं। लेकिन एक समय ऐसा भी था जब आईपीएल टीमों ने उन पर भरोसा करना छोड़ दिया था यहां तक कि भारतीय टीम में भी उनको मौका तब मिलता था जब कोई चोटिल हो जाता था।
आज हम बात करेंगे उमेश यादव की आईपीएल करियर में उतार-चढ़ाव की जिस वजह से उमेश यादव इस बार कमाल का प्रदर्शन कर रहे हैं। उमेश ने अपनी आईपीएल करियर की शुरुआत पहले दिल्ली डेयरडेविल्स से की थी जिसके बाद वह कोलकाता में गए। जहां पर उनका प्रदर्शन औसत रहा। इसके बाद उनके प्रदर्शन में उछाल तब आया जब वह 2018 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के साथ जुड़े तब उन्हें लीग मैच के सभी मैचों में खेलने का मौका मिला। उस साल उमेश 14 मैचों में 20 विकेट लिए थे इसके बाद 2019 में भी अच्छा प्रदर्शन किया। खास बात यह थी कि इन 2 सालों में वे रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के मुख्य गेंदबाज थे।
इसके बाद आईपीएल का अगला सीजन यानी 2020 का सीजन यूएई में खेला गया जहां पर उमेश यादव को सिर्फ 2 मैचों में मौका मिला। इस बार भी वे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का हिस्सा थे। ज्यादातर मैचों में बेंच पर बैठने के बाद रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु द्वारा उसको रिलीज कर दिया गया जिसके बाद उनको दिल्ली कैपिटल्स ने अपनी टीम में शामिल किया। इस बार भी नई टीम से जुड़े तो थे लेकिन पूरे आईपीएल के दौरान उनको मौका नहीं मिला और वह बेंच पर बैठे रहे। इस दौरान आईपीएल दो स्टेजों में खेला गया,पहला फेस भारत में खेला गया था जबकि दूसरा फेज यूएई में खेला गया था।कुल मिलाकर उनको दो सीजन में सिर्फ दो मैच खेलने का मौका मिला।
इसके बाद जब अगले आइपीएल के लिए नीलामी हुई और उमेश यादव ने अपना बेस्ट प्राइस एक करोड़ रखा था हालांकि नीलामी के शुरुआती फेज में उन पर किसी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई।लग रहा था कि उमेश इस बार अनसोल्ड रहेगें लेकिन नीलामी के दूसरे दिन केकेआर ने उनको उनके बेस प्राइस पर खरीद लिया जिसके बाद उनको पहले मैच में मौका भी दे दिया लेकिन यहां उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही और अपनी पहली गेंद ही नो बॉल फेंक दी।लेकिन इसके बाद जिस तरह से केकेआर ने उमेश पर भरोसा दिखाया उसका नतीजा सबके सामने है।उमेश ने अभी तक 3 मैचों में 8 से भी कम की बेहतरीन औसत के साथ 8 विकेट चटकाए हैं और पर्पल कैप की रेस में पहले स्थान पर बने हुए हैं।इसके अलावा उन्होंने और भी रिकॉर्ड्स बनाए हैं जो निम्न हैं
आईपीएल में पावरप्ले में 50 विकेट लेने वाले मात्र चौथे गेंदबाज
दस बार मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड पाने वाले आईपीएल इतिहास के पहले तेज गेंदबाज
पंजाब के खिलाफ 6 मैन ऑफ द मैच का खिताब पाने वाले पहले खिलाड़ी,युसूफ पठान को छोड़ा पीछे
आईपीएल में करियर का बेहतरीन प्रदर्शन - चार ओवर, एक मेडन, 23 रन और 4 विकेट जो उन्होंने कल अर्जित किया।
उमेश यादव का आईपीएल करियर:-
मैच 124 विकेट 127 इकोनॉमी 8.41औसत 28.65 बेस्ट 23-4

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