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WTC final IND vs AUS: कोहली, रोहित समेत ये बल्लेबाज आईपीएल में है हिट, पर वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में देश को नहीं जिता पाते हैं मैच

 

Virat Kohli, Rohit Sharma
Virat Kohli and Rohit Sharma 

इन दिनों टेस्ट क्रिकेट का वर्ल्ड कप यानी WTC का फाइनल खेला जा रहा है, जहां पर भारतीय टीम की हालत खस्ता नजर आ रही है। जहां पहले गेंदबाजी करते हुए उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को बड़े स्कोर तक जाने दिया, वही फिर बल्लेबाजी करते हुए लगभग आधी टीम दूसरे दिन ही पवेलियन लौट गई। अब अगर कुछ चमत्कार होता है, तभी टीम इंडिया की उम्मीदें जिंदा रहेगी, नहीं तो टीम इंडिया के ऊपर फॉलोऑन को टालने का खतरा भी मंडरा रहा है। 

टीम इंडिया की खस्ता हालत का कारण आईपीएल में धुआंधार रन बनाने वाले खिलाड़ी है। यहां पर हम उन खिलाड़ियों के बारे में यहां पर बात करेंगे, जो आईपीएल में तो अच्छा स्कोर करते हैं, लेकिन आईसीसी के नॉकआउट मुकाबलों में ये खिलाड़ी ढेर हो जाते हैं।

 

शुभमन गिल 

इस खिलाड़ी को भारत का भविष्य माना जा रहा है और इसका कारण यह है कि, इन्होंने आईपीएल से पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में, चाहे वह टेस्ट क्रिकेट हो, चाहे एकदिवसीय क्रिकेट हो, या चाहे T20 क्रिकेट हो, सभी में अपना जलवा बिखेरा था और आईपीएल में तो शुभमन गिल एक अलग ही बल्लेबाज के रूप में बल्लेबाजी कर रहे थे।

विराट कोहली द्वारा आईपीएल 2016 में बनाए गए 973 रनों के रिकॉर्ड गिल तोड़ देंगे, ऐसा बहुत सारे दिग्गज खिलाड़ी कह रहे थे और उनकी परफॉर्मेंस भी यह कह रही थी हालांकि यह संभव नहीं हो पाया। उन्होंने आईपीएल में 17 मुकाबलों में रन बनाए। अब जब भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेलने उतरी, तब उम्मीद थी कि यहां भी वे अपनी शानदार फॉर्म जारी रखेंगे। लेकिन यहां पर इसके उलट हुआ और गिल सस्ते में निपट गए। 

 

उन्होंने पिछले साल भी WTC का फाइनल खेला था और वहां भी वह भारतीय टीम को जिताने में असमर्थ रहे थे। हालांकि अभी गिल युवा खिलाड़ी है तथा ऐसे में यह कहना गलत होगा कि, शुभमन गिल आईसीसी नॉकआउट मुकाबलों में रन नहीं बना पाते हैं। अगर वह इससे सीख लेते हैं, तो वह फिर अपने आप को बेहतर कर लेंगे।

विराट कोहली

 जब भी यह बल्लेबाज क्रीज पर उतरता है, तो लोगों की यही अपेक्षाएं होती है कि, विराट कोहली शतक बनाए या लंबी पारी खेलें। विराट कोहली भी इस साल आईपीएल में शानदार लय में थे और उन्होंने हर टीम के खिलाफ अच्छे स्ट्राइक रेट के साथ बल्लेबाजी की थी। लेकिन वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में विराट कोहली फेल हो गए। 

 यह पहली बार नहीं है, जब विराट कोहली आईसीसी नॉकआउट मुकाबले में रन नहीं बना पाए हो। इससे पहले भी कई दफा ऐसा हुआ है, जब विराट कोहली आईसीसी के नॉकआउट मुकाबलों में अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर सके। 2021 की WTC फाइनल में भी यही देखने को मिला, जब विराट कोहली वह भी फेल हो गए।  

इसके अलावा 2019 के वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भी विराट कोहली अपनी पारी को लंबी नहीं कर सके थे और 2017 के चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल तथा 2015 विश्वकप के सेमीफाइनल मुकाबले में भी विराट का यही रूप देखने को मिला, जहां अपनी बल्लेबाजी से स्कोरकार्ड को प्रभावित करने में असमर्थ रहे।

रोहित शर्मा

 भारतीय टीम के कप्तान और हिटमैन के नाम से जाने वाले रोहित शर्मा का रिकॉर्ड भी यही कहता है कि, आईसीसी के नॉकआउट मुकाबलों में उनका बल्ला खामोश रहता है। रोहित शर्मा हालांकि आईपीएल में भी कुछ ही मुकाबलों में रन बना पाए थे। लेकिन एक अनुभवी बल्लेबाज होने के कारण उनसे इस मुकाबले में अच्छी पारी की उम्मीद थी। 

उन्होंने शुरुआत तो अच्छी की थी, पर कमिंस का शिकार हो गए। रोहित आईसीसी के मुकाबलों मैं निरंतरता के साथ बल्लेबाजी नहीं कर पाते हैं। वे आईपीएल के नॉकआउट मुकाबलों में भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। उन्होंने नॉकआउट मुकाबलों में अभी तक बांग्लादेश के खिलाफ ही सबसे ज्यादा रन बनाए है। इसके अलावा अन्य टीमों के खिलाफ वे फेल रहे हैं। 

आईपीएल में मुंबई इंडियंस को 5 दफा ट्रॉफी जिता चुके रोहित शर्मा के पास यह अच्छा मौका था। लेकिन अब यह मौका रोहित शर्मा के पास आएगा या नहीं, यह तो आने वाला वक्त बताएगा।

यह भी नहीं कर पाते हैं नॉकआउट मुकाबलों में अच्छा प्रदर्शन

अभी हमने आपको रोहित शर्मा, विराट कोहली और शुभमन गिल के बारे में बताया कि, आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद वह आईसीसी के नॉकआउट मुकाबले में फ्लॉप रहते हैं। कुछ टीम में ऐसे भी खिलाड़ी है जो कि, आईपीएल में कम ही देखने को मिलते हैं या फिर देखने को मिलते हैं, तो दोनों जगह अपना खास असर नहीं छोड़ पाते हैं। 

चेतेश्वर पुजारा 

इसमें सबसे पहले चेतेश्वर पुजारा का नाम आता है। वे लंबे समय से भारतीय टीम का हिस्सा रहे हैं और भारतीय टेस्ट टीम पुजारा के बिना आधी अधूरी लगती है। इस मैच में वे जल्द पवेलियन लौट गए। पिछले साल खेला गया फाइनल में भी पुजारा का बल्ला खामोश रहा था। इस बार उनसे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद इसीलिए भी थी, क्योंकि पुजारा हाल फिलहाल में काउंटी क्रिकेट खेल कर आए थे। लेकिन यह फॉर्म भारत के हित में नहीं काम आया और अब भारतीय टीम की हालत यह है कि, चमत्कार के बिना वह यह मैच नहीं जीत पाएगी।  

उमेश यादव 

उमेश यादव भी उन खिलाड़ियों में शामिल है, जो आईसीसी के नॉकआउट मुकाबले में अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाते हैं। हालांकि उमेश यादव ने कुछ ही आईसीसी के नॉकआउट मुकाबले खेले हैं, जिसमें से 2015 विश्व कप सेमीफाइनल का एक मुकाबला याद आता है तथा एक पिछले साल खेला गया डब्ल्यूबीसी का फाइनल भी उमेश यादव ने खेला था। लेकिन उमेश यादव अपना बेस्ट देने में नाकाम रहे। इस मैच में उन्होंने खराब गेंदबाजी तो की ही, साथ ही वह एकमात्र ऐसे गेंदबाज रहे, जिन्हें कोई भी विकेट नहीं मिला।

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