देखिए क्रिकेट में ऑलराउंडर की बहुत ही अहम भूमिका रहती है। ऐसे में जब बात ऑलराउंडर की हो रही है, तो उसमें रविंद्र जडेजा का नाम न आए, ऐसा अक्सर होता नही है।
फॉर्मेट चाहे कोई भी हो, अगर टीम मझधार में फंसी होती है, तो जडेजा अक्सर संकटमोचक के तौर पर उभर कर सामने आते हैं। यह काम वह अपने देश के लिए भी कर चुके हैं, तो आईपीएल में भी कई बार वह यह कर चुके हैं।
आज जब चेन्नई का सामना पंजाब किंग्स से था और पहले बल्लेबाजी कर रही थी, तो टीम 69 रनों पर तीन विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। हालांकि टीम को जरूर अच्छी शुरुआत मिल गई थी।
लेकिन लगातार विकेट गिरने के चलते टीम पर अब दबाव बन गया था। ऐसे में जडेजा ने एक छोर थामे रखा। वह अपने सामने से खिलाड़ियों को पवेलियन से आते और जाते देख रहे थे।
जडेजा के ऊपर एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका यह थी कि, वह अपनी टीम को एक अच्छे टोटल तक पहुंचा पाए। ऐसे में जडेजा ने 26 गेंद पर 43 रन बनाए और जब इसके बाद गेंदबाज की बारी आई, तो यहां पर भी जडेजा चमकते हुए दिखाई दिए।
उन्होंने चार ओवर में मात्र 20 दिए और तीन विकेट लिए। इसी के चलते जडेजा को मैन ऑफ द मैच का खिताब दिया गया। वहीं चेन्नई यह मैच जीत कर फिर से प्लेऑफ की उम्मीद जिंदा करने में सफल रही।
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